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उपायुक्त ने अधिकारियों को लंबित शिकायतों का त्वरित समाधान करने के दिए निर्देश

आयुक्त एव सचिव ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश के सभी उपायुक्तों के साथ समाधान शिविरों में लंबित शिकायतों को लेकर समीक्षा बैठक की करी अध्यक्षता पंचकूला, 26 सितंबर(ईशान राय )। हरियाणा हाउसिंग फॉर आल विभाग के आयुक्त एव सचिव मोहम्मद शाईन ने आज चंडीगढ से वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से सभी उपायुक्तों के साथ समाधान शिविरों में लंबित शिकायतों को लेकर समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की। उन्होने प्रदेश के सभी उपायुक्तों को लंबित शिकायतों का त्वरित समाधान करने के निर्देश दिए। उन्होने कहा कि प्रत्येक शिकायत का एक तय समय सीमा में समाधान सुनिश्चित किया जाए। वीडियो कांफ्रेंसिंग के उपरांत उपायुक्त श्री सतपाल शर्मा ने लघु सचिवालय के सभागार में विभिन्न विभागों के जिला अधिकारियों की बैठक ली। उन्होने संबंधित विभाग के नोडल अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश देते हुए कहा कि वे समाधान शिविर में आने वाली शिकायतों का बारीकी से अध्ययन कर उनका त्वरित समाधान सुनिश्चित करें। उन्होने कहा कि वे रि-ओपन शिकायतों की शीघ्र ही समीक्षा करेंगे ताकि ऐसी शिकायतों का स्थाई समाधान किया जा सके। उन्होने निर्देश दिए कि अधिकारी एसडीएम कालका से मिलकर कालका उपमंडल से संबंधित शिकायतों का निवारण करवाएं ताकि कोई शिकायत लंबित न रहे। उपायुक्त ने कहा कि लोगों की समस्याओं के समाधान के लिए मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी के निर्देश पर प्रत्येक सोमवार और वीरवार को प्रातः 10 बजे से 12 बजे तक लघु सचिवालय के सभागार में समाधान शिविर का आयोजन किया जाता है। इस दौरान सभी विभागों के संबंधित अधिकारी भी उपस्थित रहते हैं। उन्होने कहा कि समाधान शिविर का उदेश्य यह सुनिश्चित करना है कि लोगों को अपनी समस्याओं के निवारण के लिए अलग अलग कार्यालयों में न जाना पड़े और एक स्थान पर उनकी समस्याओं का एक तय समय सीमा में समाधान हो । उन्होने अधिकारियों से आहवान किया कि वे समाधान शिविर में आने वाली प्रत्येक समस्या को गंभीरता से लें और उसका प्राथमिकता के आधार पर समाधान करें। मुख्यमंत्री का सपना समाज की अंतिम पंक्ति में खड़े गरीब से गरीब व्यक्ति तक सरकार की विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं का लाभ पहंुचाना है। इस अवसर पर एसडीएम पंचकूला चंद्रकांत कटारिया, एसडीएम कालका संयम गर्ग, तहसीलदार सुरेश कुमार, नायब तहसीलदार हरदेव, जनस्वास्थ्य अभियंत्रिकी विभाग के कार्यकारी अभियंता समीर शर्मा सहित अन्य विभागों के संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।

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भाजपा का महिलाओं के साथ छलावा, 2100 रुपये की घोषणा केवल चुनावी जुमला: कुमारी सैलजा

क्या भाजपा महिलाओं को सशक्त बनाना चाहती है या केवल चुनावी राजनीति करना चाहती है? चंडीगढ़, 26 सितंबर(संजय राय )।अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की महासचिव, पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं सिरसा की सांसद कुमारी सैलजा ने कहा कि हरियाणा सहित देशभर की करोड़ों महिलाओं के साथ भाजपा सरकार बार-बार छलावा कर रही है। अब लाड़ो लक्ष्मी योजना और 2100 रुपये देने का जो शोर मचाया जा रहा है, वह भी जनता को गुमराह करने का एक और चुनावी हथकंडा है। योजना में आय सीमा रखकर अधिकतर गरीब एवं मध्यमवर्गीय परिवारों की महिलाओं को बाहर कर दिया गया है। मीडिया को जारी बयान में कुमारी सैलजा ने कहा कि भाजपा का संकल्प पत्र सभी महिलाओं को 2100 रुपये देने की बात करता है, लेकिन हकीकत में योजना इतनी शर्तों से बंधी है कि अधिकांश महिलाओं को इसका लाभ नहीं मिल पाएगा। योजना में आय सीमा रखकर अधिकांश गरीब एवं मध्यमवर्गीय परिवारों की महिलाओं को बाहर कर दिया गया है। केवल कुछ गिनी-चुनी महिलाएं ही इसका लाभ ले पाएंगी, जबकि संकल्प पत्र में सभी महिलाओं को लाभ देने की बात कही गई थी। महिलाओं को वास्तविक सशक्तिकरण और सम्मान की जगह मात्र चुनावी लालच देकर गुमराह किया जा रहा है। कांग्रेस पार्टी का स्पष्ट मत है कि महिलाओं के अधिकारों और सशक्तिकरण के लिए ठोस और दीर्घकालीन योजनाएं बनाई जाएं, न कि केवल चुनाव के समय वोट बटोरने के लिए ऐसी घोषणाएं की जाए। कुमारी सैलजा ने कहा है कि इस योजना लाभ उन्हीं महिलाओं को मिलेगा जिनके परिवार की आय एक लाख रुपये से कम होनी चाहिए और आय का निर्धारण परिवार पहचान पत्र के आधार पर किया जाएगा। कुमारी सैलजा ने कहा कि इस योजना के तहत आयु सीमा दूसरे राज्यों की अपेक्षा हरियाणा में कम रखी है। दूसरे राज्य में यह आय सीमा 1.20 लाख रुपपे से 2.50 रुपये तक रखी गई है। सांसद कुमारी सैलजा ने भाजपा सरकार से पूछा है कि जब उनका संकल्प पत्र सभी महिलाओं को 2100 रुपये देने का था, तो फिर आय सीमा की शर्त क्यों लगाई गई? क्या भाजपा महिलाओं को सशक्त बनाना चाहती है या केवल चुनावी राजनीति करना चाहती है? क्या महिलाओं की गरिमा और अधिकार महज 2100 रुपये से खरीदे जा सकते हैं? सांसद ने कहा है कि कांग्रेस पार्टी ने हमेशा महिलाओं के अधिकारों और सम्मान के लिए नीतियां बनाईं और जमीन पर उतारी हैं। आने वाले समय में कांग्रेस महिलाओं को उनका वास्तविक हक और सम्मान दिलाने के लिए संकल्पबद्ध है।

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मेडिकल कॉलेज में चल रही निःशुल्क चिकित्सा शिविर की समय सीमा बढ़ी

मऊ,(निमेष राय ईशान टाइम्स)। कसारा स्थिति कल्पनाथ राय मेडिकल कॉलेज मऊ में अनवरत चल रहे निःशुल्क चिकित्सा शिविर जिसका 24 सितम्बर को ही समापन होना था उसे बढ़ा कर अब 2 अक्टूबर तक कर दिया गया है इसकी जानकारी देते हुए मेडिकल कॉलेज के डायरेक्टर डॉ मनीष राय ने बताया कि मेडिकल कॉलेज पर चल रहा निःशुल्क चिकित्सा शिविर 24 सितंबर को ही समाप्त होने वाला था परंतु मरीजों की शिविर के प्रति जागरूकता और उत्सुकता को देखते हुए इसकी समय सीमा बढ़ा कर 2अक्टूबर तक कर दी गई है .अब जन सेवा के संकल्प के साथ मेडिकल कॉलेज में हम मरीजों को 2अक्टूबर तक निःशुल्क सेवाएं प्रदान कर सकेंगे। ज्ञात हो कि अब तक एक सप्ताह के शिविर में लगभग 15 हज़ार से अधिक मरीजों ने निःशुल्क परामर्श जांच व दवाएं दी गई हैं साथ ही 47 मरीजों का सफ़ल ऑपरेशन भी मेडिकल कॉलेज के कुशल चिकित्सकों द्वारा किया जा चुका है और अभी 2अक्टूबर तक यह निशुल्क चिकित्सा शिविर चलता रहेगा l

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एनआईएस परीक्षा में प्रभाकर की सफलता, मास्टर अमिता मारवाह के मार्गदर्शन का नतीजा

पंचकूला,(कमल कलसीईशान टाइम्स)।खेल जगत में पंचकूला के ने एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है। बेंगलुरु स्थित स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया (SAI) में आयोजित प्रतिष्ठित एनआईएस (NIS) परीक्षा में प्रभाकर ने शानदार सफलता प्राप्त की है। इस कठिन परीक्षा में शामिल हुए 81 शिक्षकों में से केवल 35 ही सफल हो पाए है, जिनमें प्रभाकर भी शामिल हैं।प्रभाकर की यह उपलब्धि केवल उनकी मेहनत और लगन का परिणाम नहीं, बल्कि उनके कोच मास्टर अमिता मारवाह के उत्कृष्ट प्रशिक्षण का भी नतीजा है। प्रभाकर की उपलब्धि अब कई युवाओं के लिए प्रेरणा बन गई हैं। प्रभाकर की उपलब्धियां *ताइक्वांडो में 3 बार राज्य स्तरीय स्वर्ण पदक विजेता *नॉर्थ ताइक्वांडो कप में स्वर्ण पदक और नेपाल में रजत पदक हासिल *एथलेटिक्स में राष्ट्रीय प्रो-नेशनल खिलाड़ी के रूप में पहचान *एनसीसी कार्यक्रमों में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए कई पदक *खेल और शिक्षा दोनों में संतुलन, 35 से अधिक पदकों के साथ पढ़ाई में भी हमेशा अव्वल मास्टर अमिता मारवाह: प्रेरणा और सशक्तिकरण की मिसाल *ताइक्वांडो में चौथी डिग्री की ब्लैक बेल्ट और अंतरराष्ट्रीय स्वर्ण पदक विजेता मास्टर अमिता मारवाह बीते 13 वर्षों से अपनी संस्था एएमएटी ताइक्वांडो के माध्यम से हजारों बच्चों का भविष्य संवार रही हैं। अब तक 10,000 से अधिक बच्चों को मुफ्त प्रशिक्षण। *5,000 से अधिक छात्रों के लिए प्रायोजन सुनिश्चित। *उनके शिष्य आज कोच, शिक्षक और सैन्य कर्मी बनकर समाज की सेवा कर रहे हैं। *अमिता मारवाह का स्पष्ट संदेश है–“कड़ी मेहनत करो और बच्चों को कुशल बनाओ।”

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मोदी राज में हुए डाक घोटाले का खुलासा अब तक क्यो नही हुआ ,चुप्पी क्यों

25 सितंबर 2025 यूपी। वाराणसी का हुआ डाक घोटाला किसी कलंक से कम नही। भ्रष्टाचार की जड़ें अभी भी गहरी, न्याय की प्रतीक्षा में सैकड़ों परिवार। गंगा की पवित्र नगरी, जहां आस्था और संस्कृति का संगम है, वहां सरकारी तंत्र की नाकामी एक बार फिर सिर उठा रही है। 2018 में कैंटोनमेंट हेड पोस्ट ऑफिस में हुए डाक घोटाले ने सैकड़ों आम नागरिकों के भरोसे को तोड़ा था। लगभग 10 करोड़ रुपये का यह गबन आज भी न्याय के दरवाजे पर दस्तक दे रहा है, लेकिन छह साल बाद भी कोई ठोस कार्रवाई नजर नहीं आ रही। यह न केवल एक वित्तीय अपराध है, बल्कि सिस्टम की गहरी सड़ांध का प्रतीक है, जो गरीब और मध्यमवर्गीय परिवारों को सबसे ज्यादा चोट पहुंचाता है। यह कहानी शुरू होती है 2013 से, जब डाक विभाग के कुछ कर्मचारियों ने ग्राहकों के बचत खातों, मासिक आय योजना (MIS), पब्लिक प्रॉविडेंट फंड (PPF) और अन्य योजनाओं पर हाथ साफ कर लिया। फर्जी दस्तावेज, चोरी हुए पासवर्ड और संग्रह एजेंटों की मिलीभगत से करीब 500 से अधिक खाते खाली हो गए। एक बुजुर्ग ने अपनी बेटी की शादी के लिए जमा किए पैसे खो दिए, तो एक विधवा को बुढ़ापे की लाठी छिन गई। अगस्त 2019 में जब खुलासा हुआ, तो प्रारंभिक जांच में 5 करोड़ का नुकसान सामने आया, जो बाद में 10 करोड़ से पार हो गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र में यह घोटाला होने से हड़कंप मच गया था। पीएमओ ने तत्काल रिपोर्ट मांगी, और डाक विभाग ने चार कर्मचारियों—रामाशंकर लाल, राजेश कुमार, सुनील यादव और विनय यादव—को निलंबित कर दिया। अक्टूबर 2019 में सहायक डाकपाल बेचन राम की गिरफ्तारी हुई, लेकिन बाकी छह आरोपी आज भी फरार हैं। आर्थिक अपराध इकाई (EOW) को सौंपी गई जांच आज तक ठंडे बस्ते में पड़ी लगती है। 2025 में भी वही पुरानी कहानी 2025 में पहुंचते-पहुंचते यह मामला एक काला अध्याय बन चुका है। हालिया खोजों से पता चलता है कि कोई नई गिरफ्तारी या अदालती फैसला नहीं हुआ। हां, कुछ प्रभावित ग्राहकों ने उपभोक्ता फोरम का दरवाजा खटखटाया है—एक मामले में जिला आयोग ने डाकघर को 3 लाख रुपये ब्याज सहित लौटाने का आदेश दिया था। लेकिन बड़े पैमाने पर वसूली? वह तो सपना ही लगती है।बडाक विभाग ने कोर बैंकिंग सॉल्यूशन (CBS) को मजबूत करने का दावा किया है, लेकिन भ्रष्टाचार की जड़ें सिस्टम की कमजोरियां ही तो हैं। पासवर्ड सिक्योरिटी, ऑडिटिंग और कर्मचारी ट्रेनिंग में लापरवाही व भृष्ट कर्मचारियों ने ऐसे घोटालों को जन्म दिया। देशभर में डाकघरों पर जनता का भरोसा है—गरीबों की बचत से लेकर किसानों की सब्सिडी तक सब कुछ इन्हीं पर निर्भर। लेकिन जब ये संस्थाएं लूट का केंद्र बन जाएं, तो लोकतंत्र की नींव हिल जाती है। समय आ गया है बदलाव का यह घोटाला सिर्फ वाराणसी का नहीं, पूरे देश का मुद्दा है। पश्चिम बंगाल के जमालपुर डाकघर में 2025 में हाईकोर्ट ने सीआईडी जांच के आदेश दिए, तो झारखंड के गुवा में करोड़ों की फर्जी FD का खुलासा हुआ। ये उदाहरण बताते हैं कि भ्रष्टाचार केंद्रीकृत नहीं, बल्कि फैला हुआ है। सरकार को सख्त कदम उठाने होंगे,डिजिटल ट्रैकिंग को अनिवार्य करें, स्वतंत्र ऑडिटर्स नियुक्त करें और फरार आरोपियों पर राष्ट्रीय स्तर की तलाशी चलाएं।पीड़ितों के लिए न्याय का रास्ता RTI और उपभोक्ता अदालतें हैं। लेकिन असली बदलाव तब आएगा, जब हम नागरिक चुप न रहें। सोशल मीडिया पर आवाज उठाएं, स्थानीय विधायकों से सवाल करें। याद रखें, भ्रष्टाचार तभी पनपता है जब हमारी चुप्पी उसे पनाह देती है। वाराणसी जैसे पवित्र शहर से शुरूआत हो—एक मजबूत, पारदर्शी सिस्टम का सपना साकार करने का।क्या आप तैयार हैं इस लड़ाई के लिए? क्योंकि न्याय की जंग में हर आवाज मायने रखती है।

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अजय भट्टाचार्य की कलम से

वायरल वीडियो, फंसा नेता उज्जैन भाजपा नगर अध्यक्ष संजय अग्रवाल का दो हफ्ते पहले का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। जिसमें वह मंच से ‘धर्म का नाश हो’ कहते सुनाई दे रहे हैं। लोकशक्ति भवन में भारतीय जनता पार्टी द्वारा नवनियुक्त जिला पदाधिकारियों का स्वागत कार्यक्रम आयोजित किया गया था। इसी दौरान मंच से भाषण देते हुए नगर अध्यक्ष संजय अग्रवाल ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा था, ‘कांग्रेस का सत्यानाश हो, प्राणियों में सद्भावना हो, धर्म का नाश हो।’संजय अग्रवाल के मुंह से जैसे ही ये शब्द निकले, वहां मौजूद महामंत्री मुकेश यादव ने उन्हें रोकने की कोशिश भी की लेकिन संजय अग्रवाल ने उन्हें भी मंच से बैठने का इशारा कर दिया। इसके बाद शोर-शराबा शुरू हुआ, तो अग्रवाल को अपनी गलती का अहसास हुआ और उन्होंने सफाई देते हुए कहा कि रात को देर से सोने की वजह से जुबान फिसल गई। इसके बाद वहां मौजूद लोग हंसने लगे। अब कांग्रेस संजय पर हमलावर है। Xxxxxxxxxxxxxxxxxx ढीली चड्ढी सहेली के बेटे को अंगूठा चूसते देख एक महिला ने अपनी सहेली से पूछ ही लिया, अरे ये अभी तक अंगूठा चूसता है? मेरे वाले को देख अंगूठा चूसना ही छोड़ दिया है। दूसरी ने पहली से पूछा, ‘अरे ये तो बता तेरे बेटे ने अंगूठा चूसना कैसे छोड़ा ?’ ‘कुछ नहीं ! बस ढीली चड्डी पहना दी, अब पूरा दिन दोनो हाथों से चड्डी संभालता है तो अंगूठा चूसना याद नहीं आता।‘ पहली ने उत्तर दिया। ठीक इसी तरह शिक्षा, चिकित्सा, स्वास्थ्य, रोजगार, गरीबी, पेट्रोल, मंहगाई से पीछा छुड़वाने के लिए तालिबान, , हिन्दू , मुस्लिम, नफरत, पाकिस्तान, टीवी डिबेट, हिंदू राष्ट्र जैसे धागों से बुने कपड़ों की ढीली चड्डी समर्थकों को पहना दी गई है। ताजा ब्रांड जीएसटी बचत उत्सव है। मौज करो बाकी सब भूल जाओ। xxxxxxxxxxxxxxxxxx सेहत वाली चाय एक ग्राहक रोज़ एक चाय की दुकान पर चाय पीने जाता था। चायवाला अक्सर उसमें चीनी डालना भूल जाता या कहें कि जानबूझकर नहीं डालता था। एक दिन उस ग्राहक ने चाय वाले से पूछा, “आप चाय में चीनी क्यों नहीं डालते?” “चीनी से डायबिटीज हो जाती है, इसलिए आपकी सेहत के लिए बचा रहा हूँ” उत्तर मिला। अगले दिन ग्राहक ने अपने पैसे से एक किलो चीनी खरीदकर उसे दे दी। तब से वह चायवाला रोज़ ग्राहक की चाय में चीनी डालता है। अब उसे ग्राहक की डायबिटीज की चिंता नहीं रहती। जीएसटी 02 इसी कोटि की चाय है और चायवाला..! यह भी मैं ही बताऊं क्या? ( अजय भट्टाचार्य ,लेखक वरिष्ठ पत्रकार एवं स्तंभकार हैं तथा व्यंग्यात्मक लेखन में महारत रखते हैं।)

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राम – सीता मिलन दृश्य ने भाव-विभोर किया, दशहरा मैदान तालियों से गूंजा

मोहाली, 25 सितम्बर(संजय राय,ईशान टाइम्स)। श्री रामलीला एवं दशहरा कमेटी फेज़-1, मोहाली द्वारा आयोजित रामलीला मंचन में बीती रात सीता स्वयंवर का भव्य दृश्य प्रस्तुत किया गया। दशहरा मैदान में सजे इस अलौकिक मंचन ने दर्शकों को अयोध्या और जनकपुरी की पौराणिक झलक का सजीव अनुभव कराया। मुख्यातिथि के रूप में श्रीमती आशी शर्मा थी। कार्यक्रम की शुरुआत माता लक्ष्मी की आरती से हुई, जिसके बाद कथा प्रवाह के अंतर्गत राम, लक्ष्मण और विश्वामित्र के जनकपुरी आगमन का दृश्य मंचित हुआ। स्वयंवर सभा में अनेक राजाओं ने शिव धनुष उठाने का प्रयास किया, किन्तु सभी असफल रहे। रावण के असफल होने के बाद जब भगवान राम ने सहजता से धनुष उठाया और भंग कर दिया, तो पूरा पंडाल “जय श्रीराम” के नारों से गूंज उठा। इसके बाद सीता जी ने श्रीराम को वरमाला पहनाई, जिसे देख दर्शक भाव-विभोर हो गए। स्वयंवर का चरम तब आया जब परशुराम क्रोधित होकर सभा में पहुँचे और राम से संवाद हुआ। इस दौरान लक्ष्मण और परशुराम के बीच हुए तीखे संवाद ने दर्शकों को रोमांचित कर दिया। राम द्वारा परशुराम को अपने वास्तविक स्वरूप का दर्शन कराने के पश्चात पूरा वातावरण शांत और भक्तिमय हो गया। आज की रात का मंचन दर्शकों के लिए अविस्मरणीय रहा। दर्शकों ने तालियों की गड़गड़ाहट और “जय श्रीराम” के उद्घोष से कलाकारों का उत्साहवर्धन किया। इस अवसर पर कमेटी अध्यक्ष आशु सूद ने बताया कि आने वाले दिनों में राम वनगमन, खर-दूषण वध और अन्य प्रमुख प्रसंग मंचित किए जाएंगे। मंचन में कलाकारों ने अपनी भूमिकाओं से जीवंतता भर दी। राम की भूमिका प्रीतीक कपूर, सीता की चेतना, लक्ष्मण की संदीप राणा और राजा जनक की अमित वर्मा ने निभाई। विश्वामित्र के रूप में सिकंदर राणा और परशुराम के रूप में गौरव गंगेर मंच पर उतरे। भट्ट की भूमिका अमरिंदर सिंह और रावण का अभिनय कमल शर्मा ने किया। अन्य राजाओं में भोपाल नरेश – मनीष कपूरिया, दिल्ली नरेश – संतोष कुमार, उज्जैन नरेश – मोनू भारती, मथुरा नरेश – रंजीत कुमार, खड़क सिंह – रोहित और पंजाबी नरेश – अनुराग शामिल रहे। सीता सखी के रूप में रानी ने सभी का मन मोह लिया।

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पंचकूला में चौधरी देवी लाल का 112 वां जन्मदिन श्रद्धापूर्वक मनाया गया

चौधरी देवी लाल किसानो, मजदूरों सहित 36 बिरादरी के नेता थे- ओ पी सिहाग ताऊ देवीलाल द्वारा समाज कल्याण के किये गये कार्यों का आज भी पुरे भारत में जिक्र होता है। पंचकूला, 25 सितंबर(संजय राय ,ईशान टाइम्स): आज पूरे प्रदेश तथा देश में श्रद्धेय ताऊ देवी लाल के चाहने वाले उनकी 112वीं जयंती मना रहे हैं । पंचकूला में इस अवसर पर तीन जगहों पर कार्यक्रम आयोजित किए गए। सबसे पहले ताऊ देवी लाल स्टेडियम में उनकी प्रतिमा पर श्रद्धा सुमन अर्पित करने के बाद जजपा कार्यकर्ताओं ने पंचकूला सेक्टर 15 वृद्ध आश्रम जाकर बुजुर्गों का आशीर्वाद लिया वहां बुजुर्गों को फल फ्रूट वितरित किए तत्पश्चात सेक्टर 23 गोशाला जाकर गौ माताओं की सेवा करके हरा चारा डाला गया । इस बारे चर्चा करते हुए जननायक जनता पार्टी पंचकूला के जिला अध्यक्ष ओ पी सिहाग ने बताया कि पंचकूला में ताऊ देवीलाल स्टेडियम में उनकी प्रतिमा के समक्ष जजपा पंचकूला के कार्यकर्ताओं ने उनकी प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित करके उनको श्रद्धांजलि दी। जजपा जिला अध्यक्ष ने कहा कि श्रद्धेय ताऊ देवी लाल का जीवन एक खुली किताब की तरह था ।उन्होंने ताउम्र किसानों, गरीबों, पिछड़ो, दलितों एवं आम आदमी की तकलीफों को दूर करने में काम किया। सिहाग ने कहा कि श्रद्धेय ताऊ देवीलाल का सारा जीवन संघर्ष , त्याग एवं समाज सेवा में समर्पित रहा। इस मोके पर पार्टी के वरिष्ठ नेताओं एवं कार्यकर्ताओं ने उनकी जीवनी पर प्रकाश डाला। सभी वक्ताओं ने कहा कि ताऊ देवी लाल जैसा नेता कभी कभार इस धरती पर पैदा होता है जो सारी उम्र देश प्रेम एवं जनसेवा में लगा रहा। उन द्वारा जो कार्य किए गए उससे समाज में जबरदस्त बदलाव आया तथा सारा देश उनको हमेशा याद करता रहेगा। इस अवसर पर सभी कार्यकर्ताओं ने चौधरी देवी लाल की नीतियों पर चलते हुए जजपा एवं पार्टी के नेता दुष्यंत चौटाला तथा डॉ अजय सिंह चौटाला के हाथ मजबूत करने का संकल्प लिया।आज के कार्यक्रम में पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष रणधीर सिंह, पार्टी के राष्ट्रीय कार्यालय सचिव धर्मवीर सिंह, पार्टी की महिला विंग की प्रदेश प्रभारी किरण पूनिया, पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष के सी भारद्वाज, पार्टी के प्रदेश महासचिव हरबंस सिंगला, पार्षद एवं जजपा जिला पंचकूला के नवनियुक्त वरिष्ठ उपाध्यक्ष राजेश निषाद, पूर्व मनोनीत पार्षद एवं जिला के नवनियुक्त वरिष्ठ उपाध्यक्ष अरविंद जाखड़ , पार्टी के मीडिया प्रभारी दीपकमल सहारन के अतिरिक्त पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं पदाधिकारी सुरेंद्र चड्डा,सतबीर धनखड़, ईश्वर सिंहमार , नरेंद्र जैन, अशोक सिंगला, जितेन्द्र संधू, हनी सिंह, जयकरन सरोहा , महाबीर जांगिड़, अधिवक्ता बलबीर सैनी, दीपक चौधरी, विजय पांचाल, प्रतीक अहलावत, राजेन्द्र भूकल, महाबीर चिकारा, जयपाल नन्दल, विकास मलिक,हीरामन वर्मा,विजय गुलिया,कमल पूनिया ,विवेक सांगा , आजाद दिलेर, बबीता पूनिया, ओम प्रकाश, राजेश कुमार, हरबंस चंडीकोटला सहित काफी कार्यकर्ताओं ने ताऊ देवीलाल को याद करते हुए अपने श्रद्धा सुमन भेंट किए।

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नदियों में डूबती ज़िंदगियाँ : हादसों का सिलसिला कब थमेगा?

नदियों में डूबती ज़िंदगियाँ: हादसों का सिलसिला कब थमेगा? संजय राय नदियाँ जीवनदायिनी कही जाती हैं, मगर अब वे अकसर दर्दनाक हादसों की खबरों में बदल जाती हैं। गर्मियों में नहाने और सैर-सपाटे के लिए लोग नदी-नालों में उतरते हैं, लेकिन ज़रा सी असावधानी उनकी जान ले लेती है। हर साल दर्जनों नहीं, सैकड़ों परिवार ऐसे हादसों से उजड़ जाते हैं। पांवटा साहिब का ताज़ा मामला हाल ही में हिमाचल प्रदेश के पांवटा साहिब में तीन युवकों की जान यमुना नदी ने ले ली। एक युवक डूबने लगा तो दो साथी उसे बचाने कूद पड़े, लेकिन तीनों ही वापस नहीं लौटे। कई दिनों तक गोताखोर और पुलिस उनकी तलाश में जुटे रहे, मगर हादसे ने तीन परिवारों को हमेशा के लिए शोक में डाल दिया। क्यों दोहराए जाते हैं ऐसे हादसे? यह पहली बार नहीं हुआ। 2014 में मंडी ज़िले के थलौट में हैदराबाद से घूमने आए 24 छात्र लारजी प्रोजेक्ट से छोड़े गए पानी की तेज़ धारा में बह गए थे। 2019 में चंबा, नादौन और बरोट जैसे स्थानों पर एक ही दिन तीन अलग-अलग जगहों पर लोग डूबकर मर गए। आगरा की यमुना नदी में भी कई बच्चों की ज़िंदगी ऐसे ही बह गई। चेतावनी बोर्ड और प्रशासनिक अपीलें होने के बावजूद लोग इन्हें नज़रअंदाज़ करते हैं। जिम्मेदारी किसकी? इन घटनाओं के पीछे दोहरी लापरवाही साफ झलकती है। लोगों की लापरवाही: मनाही के बावजूद नदियों और खड्डों में नहाने जाना। प्रशासन की ढिलाई: सुरक्षा प्रबंध, चेतावनी और निगरानी की कमी। अगर दोनों पक्ष अपनी ज़िम्मेदारी निभाएँ तो अधिकतर हादसों को रोका जा सकता है। क्या होना चाहिए? नदियों और खड्डों के किनारे रेलिंग, बैरिकेड और चेतावनी बोर्ड लगाए जाएँ। भीड़भाड़ वाले स्थानों पर पुलिस और गोताखोरों की तैनाती हो। पर्यटकों और स्थानीय लोगों को लगातार जागरूक किया जाए। नियम तोड़ने वालों पर सख़्त कार्रवाई हो। सबक कब सीखा जाएगा? हर हादसे के बाद कुछ दिन चर्चा होती है, फिर सब भूल जाते हैं। लेकिन जो परिवार अपने बच्चों और अपनों को खो देते हैं, उनके लिए यह दर्द हमेशा का होता है। ज़रूरत है कि लोग भी सावधान हों और प्रशासन भी सख़्ती बरते, ताकि नदियाँ जीवन देने वाली धारा बनी रहें, मौत का जाल नहीं।

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मुख्यमंत्री ने पंचकूला में किया राज्य स्तरीय खेल महाकुंभ के द्वितीय चरण का उद्घाटन

सरकार का लक्ष्य हरियाणा को न केवल भारत की बल्कि विश्व की खेल राजधानी बनाना: मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी 9 हजार 959 खिलाड़ी 17 विभिन्न खेल प्रतिस्पर्धाओं में ले रहे हैं भाग मुख्यमंत्री ने पेरिस में हुए पैरा-ओलम्पिक खेलों में पदक जीतने वाले हरियाणा के 8 खिलाड़ियों को 42 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन राशि देकर किया सम्मानित पंचकूला , 24 सिंतबर(ईशान टाइम्स)– हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि राज्य सरकार का लक्ष्य हरियाणा को न केवल भारत की बल्कि विश्व की खेल राजधानी बनाना है। उन्होंने कहा कि सरकार ने पिछले सालों में हरियाणा में खेलों के लिए एक विजन विकसित किया , जिसका उद्देश्य हर बच्चे को खेल से जोड़ने, हर गांव में खेल का मैदान बनाने और हर उस युवा को अवसर देना है जिसमें खेल के प्रति ललक है। मुख्यमंत्री आज ताउ देवीलाल खेल स्टेडियम, पंचकूला में राज्य स्तरीय खेल महाकुम्भ के द्वितीय चरण के उद्घाटन अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को मुख्यातिथि के रूप में संबांधित कर रहे थे। इस अवसर पर श्री नायब सिंह सैनी ने राज्य स्तरीय खेल महाकुम्भ के द्वितीय चरण के उद्घाटन की घोषणा की और खिलाड़ियों से खेल भावना से खेलते हुए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन देने का आह्वान किया। इस मौके पर खेल मंत्री श्री गौरव गौतम भी उपस्थित थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि खेल महाकुंभ सिर्फ ऐक खेल का आयोजन नहीं बल्कि हरियाणा के युवाओं के सपनों को उड़ान देने का मंच है। यह उस भावना का प्रतीक है, जो खेलों में हरियाणा को नंबर वन बनाती है। उन्होंने कहा कि खेल महाकुम्भ की शुरुआत हरियाणा के स्वर्ण जयंती वर्ष 2017 में की गई थी। तब से अब तक पांच खेल महाकुम्भों का सफलतापूर्वक आयोजन किया जा चुका है। गत 2 अगस्त से 4 अगस्त तक चले खेल महाकुम्भ के पहले चरण में 26 खेलों में प्रदेश के कुल 15 हजार 410 खिलाड़ियों ने भाग लिया था। आज इसके दूसरे चरण में 9 हजार 959 खिलाड़ी भाग ले रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि देश के लिए खेलने का सपना हर खिलाड़ी का होता है, परंतु उस सपने को सच करने के लिए लगातार अभ्यास, अनुशासन और आत्मबल चाहिए। खिलाड़ियों में इन गुणों को निखारने के लिए ही सरकार द्वारा खेल प्रतियोगिताओं का निरंतर आयोजन किया जा रहा है। इनमें खिलाड़ियों को अपनी दक्षता और क्षमता को और अधिक ऊंचा उठाने का अवसर मिलता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने वर्ष 2036 के ओलम्पिक खेलों में भारत को खेल महाशक्ति के रूप में स्थापित करने का लक्ष्य रखा है। उन्होंने उन खेलों को भारत में करवाने की इच्छा भी व्यक्त की है। मुझे विश्वास है कि उस समय हरियाणा के खिलाड़ी सबसे अधिक पदक जीतकर देश का नाम रोशन करेंगे। इसके लिए हम पहले से ही तैयारियां शुरू कर चुके हैं। हमारा सपना है कि हरियाणा का हर गांव एक ऐसा खिलाड़ी दे, जो विश्व मंच पर भारत का परचम लहराए। मुझे गर्व है कि हमने इस सपने को साकार करने की दिशा में लगातार काम किया है और आज खेल महाकुंभ उसी कड़ी का एक स्वर्णिम अध्याय है। श्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि खेल प्रतिभाओं को आगे लाने के लिए सरकार ने अनेक कदम उठाए हैं। बचपन से ही खिलाड़ियों को तराशने के लिए प्रदेश में खेल नर्सरियां खोली हुई हैं। इनमें उन्हें वित्तीय सहायता व प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है। इस समय प्रदेश में 1 हजार 489 खेल नर्सरियां कार्यरत हैं। इनमें 37 हजार 225 खिलाड़ी प्रशिक्षण ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि इन नर्सरियों में नामांकित 8 से 14 वर्ष की आयु के खिलाड़ियों को 1500 रुपये तथा 15 से 19 वर्ष की आयु के खिलाड़ियों को दो हजार रुपये प्रति माह दिये जाते हैं। यही नहीं खेल नर्सरी प्रशिक्षकों को 25 हजार रुपये तक मानदेय भी दिया जा रहा है। इसके अलावा उत्कृष्ट खिलाड़ियों के लिए सुरक्षित रोजगार सुनिश्चित करने के लिए हरियाणा उत्कृष्ट खिलाड़ी सेवा नियम 2021 बनाये हैं। इसके तहत खेल विभाग में 550 नए पद बनाए गये हैं। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने गत वर्ष पेरिस में हुए पैरा-ओलम्पिक में पदक जीतने वाले हरियाणा के 8 खिलाड़ियों को 42 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन राशि देकर सम्मानित किया। इस प्रतियोगिता में हरियाणा के खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 5 स्वर्ण पदक और 3 रजत पदक अर्जित किए। इसके अलावा मुख्यमंत्री ने उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले 31 प्रशिक्षकों को 3 करोड़ 56 लाख रुपये की राशि देकर सम्मानित किया। उन्होंने कार्यक्रम में हरियाणा के उत्कृष्ट खिलाड़ियों, राष्ट्रीय खेल-2025 के स्वर्ण पदक विजेताओं, 75 उत्कृष्ट खेल नर्सरियों के इंचार्ज और खेल विभाग के 75 उत्कृष्ट कोच को भी प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। इससे पूर्व कार्यक्रम को संबोधित करते हुए खेल मंत्री श्री गौरव गौतम ने कहा कि खेल महाकुंभ 2025 के दूसरे चरण में 9959 खिलाड़ी तीन दिनों तक 17 विभिन्न खेल प्रतिस्पर्धाओं में अपना दमखम दिखाएंगे। उन्होंने कहा कि यह प्रतिस्पर्धाएं प्रदेश के अलग-अलग जिलों में आयोजित की जाएंगी। उन्होंने कहा कि हरियाणा की खेल नीती देश मे सर्वश्रेष्ठ है। खिलाड़ियों के परिश्रम और हरियाणा की खेल नीति का ही परिणाम है कि आज हरियाणा के खिलाड़ी राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में देश और प्रदेश का नाम रोशन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी के नेतृत्व में 15 साल बाद नवंबर में हरियाणा ओलंपिक खेलों का आयोजन होने जा रहा है। इस अवसर पर विधायक जगमोहन आंनद और रणधीर पनिहार, विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता, बीजेपी प्रदेश उपाध्यक्ष बंतो कटारिया, जिला अध्यक्ष अजय मितल, खेल विभाग के प्रधान सचिव नवदीप सिंह विर्क, महानिदेशक संजीव वर्मा, उपायुक्त सतपाल शर्मा, पुलिस उपायुक्त सृष्टि गुप्ता, एसडीएम चंद्रकांत कटारिया, जे एस नैन, जिला खेल अधिकारी नील कमल, मुख्यमंत्री के मीडिया सचिव प्रवीण अत्रे, मीडिया कार्डिनेटर अशोक छाबडा के अलावा अन्य गणमान्य व्यक्ति और खिलाडी उपस्थित थे।

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