
आजमगढ़(ईशान टाइम्स)।जनपद के थाना निजामाबाद पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए फर्जी उप-निरीक्षक बनकर शादी करने और ठगी करने वाले एक अभियुक्त को गिरफ्तार किया है। अभियुक्त के कब्जे से उप-निरीक्षक की वर्दी, फर्जी पहचान पत्र, कूटरचित नियुक्ति व ज्वाइनिंग लेटर सहित कई आपत्तिजनक सामग्री बरामद की गई है। यह कार्रवाई वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आजमगढ़ डॉ. अनिल कुमार के निर्देशन, अपर पुलिस अधीक्षक नगर मधुवन कुमार सिंह तथा क्षेत्राधिकारी सदर आस्था जायसवाल के पर्यवेक्षण में की गई। थाना निजामाबाद क्षेत्र निवासी पीड़िता काजल यादव ने 04 सितंबर को शिकायत दर्ज कराई थी कि अभियुक्त प्रदीप यादव ने स्वयं को पीएसी सिपाही/उप-निरीक्षक बताकर 16 फरवरी 2022 को उससे विवाह किया। विवाह के दौरान करीब 8 लाख रुपये नकद, सोने के आभूषण और घरेलू सामान दहेज में लिया गया। बाद में अतिरिक्त दहेज और वाहन की मांग को लेकर पीड़िता को प्रताड़ित किया गया। शिकायत में यह भी आरोप लगाया गया कि अभियुक्त ने UPSI 2023 में चयन का झांसा देकर मेडिकल के नाम पर एक लाख रुपये और वसूल लिए। पुलिस जांच में सामने आया कि अभियुक्त का पुलिस विभाग से कोई संबंध नहीं है। मामले में थाना निजामाबाद पर मुकदमा दर्ज किया गया। न्यायालय द्वारा अभियुक्त के विरुद्ध गैर-जमानती वारंट जारी किया गया था। शनिवार को सूचना मिली कि अभियुक्त पुलिस वर्दी पहनकर पीड़िता को धमकाने आया है। सूचना पर तत्काल कार्रवाई करते हुए पुलिस टीम ने अभियुक्त प्रदीप यादव पुत्र मोतीलाल यादव, निवासी ग्राम मड़ना, थाना अहरौला को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में अभियुक्त ने स्वीकार किया कि उसने अच्छी शादी और धन लाभ के लालच में फर्जी सिपाही व उप-निरीक्षक के पहचान पत्र और नियुक्ति पत्र बनवाए थे। वह प्रयागराज में किराए के कमरे में रहकर पुलिस वर्दी पहन लोगों को गुमराह कर ठगी करता था। बरामदगी में फर्जी पुलिस पहचान पत्र, ज्वाइनिंग लेटर, उप-निरीक्षक की पूरी वर्दी, आधार व पैन कार्ड, एटीएम/डेबिट कार्ड, मोबाइल फोन, नकद ₹1117 सहित अन्य सामग्री शामिल हैं।


