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जस्टिन ट्रूडो के हटते ही बदला कनाडा का माहौल ! रामनवमी पर मंदिर पहुंचे पीएम मार्क कार्नी

राम नवमी के मौके पर कनाडा के प्रधानमंत्री मार्क कार्नी हिंदू मंदिर पहुंचे और उत्सव में शामिल हुए। उनका स्वागत करने के लिए कैबिनेट मंत्री अनीता आनंद पहले से ही मौजूद थीं।

कनाडा के प्रधानमंत्री राम नवमी के मौके पर टोरंटो के BAPS श्री स्वामीनारायण म मंदिर पहुंचे। मार्क कार्नी के प्रधानमंत्री बनने के बाद कनाडा के माहौल में बदलाव साफ दिखाई देता है। मार्क कार्नी की कैबिनेट में दो भारतीय मूल की महिलाओं को भी जगह दी गई है। वहीं कनाडा में हिंदू विरोधी माहौल के बाद अब प्रधानमंत्री का रामनवमी पर हिंदू मंदिर में जाना बड़ा मायने रखता है। राम नवमी का दिन हिंदुओं के लिए काफी मायने रखता है। यह नवरात्रि का आखिरी दिन तो होता ही है साथ में श्रीराम का जन्मदिवस भी होता है।

मार्क कार्नी ने सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म एक्स पर लिखा, कल रामनवमी उत्सव के मौके पर मैं स्वामीनारायण मंदिर टोरंटो में हिंदू समुदाय के लोगों के साथ शामिल हुआ। अपनी संस्कृति और परंपरा को हमारे साथ साझा करने के लिए आपका बहुत-बहुत आभार। रामनवमी की शुभकामनाएं।

बता दें कि इस उत्सव में प्रधानमंत्री का स्वागत करने के लिए वहां पहले से ही कैबिनेट मिनिस्टर अनीता आनंद मौजूद थीं। कनाडा में हिंदुओं के लिए काम करने वाले एनजीओ हिंदू कनाडियन फाउंडेशन ने कई चुनौतियों का जिक्र किया। एक सोशल मीडिया पोस्ट में एनजीओ ने कहा, पिछले कुछ सालों में हिंदुओं के लिए देश में चुनौतियां बढ़ गई हैं।

एनजीओ ने कहा, कनाडा में 10 लाख से ज्यादा हिंदू रहते हैं। ज्यादा कमाने और सफलताओं के बाद भी देश में हिंदू लो प्रोफाइल माने जाते हैं। वे राजनीतिक निर्णयों में शामिल ही नहीं हो पाते। ऐसे में कई बार हिंदुओं के हित को नजरअंदाज किया जाता है और उन्हें नुकसान उठाना पड़ता है। हाल में खालिस्तानियों के हमलों को लेकर भी संगठन ने चिंता जताई। बता दें कि कनाडा में 28 अप्रैल को ही चुनाव होने हैं। ऐसे में मार्क कार्नी का यह मंदिर दौरा अहमियत रखता है।

बीते साल खालिस्तानियों ने कई हिंदू मंदिरों को निशाना बनाया था। ऐसे में ट्रूडो सरकार की छवि भी काफी खराब हो गई थी। मार्क कार्नी अब अपनी छवि सुधारने में कसर नहीं छोड़ना चाहते। इसमें वह अपनी हिंदू मंत्रियों की भी मदद ले रहे हैं। पिछले साल कई बार मंदिरों में कॉन्सुलर कैंप के दौरान भी खालिस्तानियों ने तोड़फोड़ की। इसके अलावा कई जगहों पर हिंदू मंदिर में मूर्तियां तक तोड़ दी गईं। हालांकि मार्क कार्नी के पीएम बनने के बाद इस तरह की घटनाएं सामने नहीं आई हैं।

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