
नई दिल्ली, 06 सितंबर( ब्यूरो, ईशान टाइम्स )। कॉन्स्टीट्यूशन क्लब ऑफ़ इंडिया में शिक्षक दिवस के अवसर पर कमला ग्राम विकास संस्थान, सेंगोल इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी, श्री नारायण समाज कल्याण सेवा संस्थान,वॉइस फॉर चाइल्ड राइट्स, स्वरातमिका फाउंडेशन ट्रस्ट के संयुक्त तत्वावधान में शिक्षक समारोह आयोजित किया गया। इस समारोह में ‘भाषाई लोकतंत्र और भारतीय शिक्षण परम्परा’ विषय पर वक्ताओं ने विचार रखे।



कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर पद्मश्री अशोक भगत ने कहा कि देश में शिक्षकों के सम्मान के लिए ऐसे आयोजन होते रहने चाहिए। पूर्वोत्तर और पूर्वांचल का कोई व्यक्ति देश की राजधानी दिल्ली में आकर शिक्षकों के सम्मान में ऐसा कार्यक्रम आयोजित करता है तो यह बड़ी बात है। समाज में शिक्षक की बड़ी भूमिका है। उनका सम्मान करना समाज का कर्तव्य है।
विशिष्ट अतिथि के तौर पर सांसद कालीचरण सिंह, डॉ• संजय राय, डॉ• उदय प्रताप सिंह मौजूद रहे। वहीं कार्यक्रम की अध्यक्षता पद्म भूषण राम बहादुर राय ने किया। संचालन श्लेष गौतम ने किया। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के तौर पर दक्षिणी एशिया विश्वविद्यालय के एसोसिएट प्रोफेसर विवेक दीक्षित और बीएचयू के एसिस्टेंट प्रोफेसर डॉ• सत्यप्रकाश राय मौजूद रहे। इस दौरान शिक्षा जगत में बेहतरीन काम करने वालों को पौधा, स्मृति चिह्न और सम्मान पत्र दिया गया।
कार्यक्रम के अध्यक्ष पद्म भूषण राम बहादुर राय ने कहा कि शिक्षा के माध्यम से ही पूरे देश का विकास संभव है। विद्यालय से हमें शिक्षा, संस्कार और अनुशासन मिलता है।
कार्यक्रम में आयोजक अजीत सिंह ने कहा कि बदलते समाज में शिक्षक की भूमिका ज्यादा महत्वपूर्ण हो गयी है। बच्चों को शिक्षा के साथ संस्कार देने कठिन होता जा रहा है, क्यों कि माता पिता बच्चे को स्कूल छोड़कर अपनी जिम्मेदारी भूल जाते हैं।
कार्यक्रम के दरम्यान वक्ताओं ने भाषाई लोकतंत्र और भारतीय शिक्षण परम्परा से जुड़े विषयक पर प्रकाश डाला।शिक्षक सम्मान समरोह में दिल्ली विश्व विद्यालय कई संघटक महाविद्यालय के प्रोफेसर, असिस्टेंट प्रोफेसर, काशी हिंदू विश्व विद्यालय वाराणसी, एमिटी कॉलेज दिल्ली, इलाहाबाद विश्व विद्यालय के 21 शिक्षकों को “विद्या सेतु “सम्मान 2025 से सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के आयोजक अजीत कुमार, डॉ• अनुराग सिंह ने सबका आभार जताया।