पूरे देश में मनाया जा रहा है आर्म्ड फोर्सेज फ्लैग डे
देश की आजादी में आर्म्ड फोर्सेज का अहम योगदान -उपायुक्त्
पंचकूला, 5 दिसंबर( ईशान राय) आर्म्ड फोर्सेज फ्लैग डे के अवसर पर विंग कमांडर एवं जिला सैनिक कल्याण अधिकारी संजय कुमार राय ने सेक्टर-1 स्थित डीसी आॅफिस में उपायुक्त सतपाल शर्मा को फ्लैग लगाया। उपायुक्त श्री सतपाल शर्मा ने आर्म्ड फोर्सेज फ्लैग डे की उन्हें बधाई व शुभकामनाएं दी।

उपायुक्त श्री सतपाल शर्मा ने कहा कि पूरे देश में आर्म्ड फोर्सेज फ्लैग डे के तौर पर मनाया जा रहा है। यह उन शहीदों और वर्दी वाले जवानों को सम्मान देने के लिए मनाया जाता है, जिन्होंने देश की इज्जत की रक्षा के लिए हमारी सीमाओं पर बहादुरी से लड़ाई लड़ी। देश के लिए अपनी जान देने से बड़ा कोई नेक काम नहीं हो सकता। साथ ही, शहीदों के लिए हमारी तारीफ का मतलब यह नहीं होना चाहिए कि हमारे पास उन जिंदा हीरो के लिए कम समय है जो अपनी मातृभूमि के लिए अपना फर्ज निभाते हुए घायल हो गए या उनकी विधवाओं और बच्चों के लिए जिन्हें वे अपना ख्याल खुद रखने के लिए पीछे छोड़ गए। देश ने जो अलग-अलग युद्ध लड़े हैं और बॉर्डर पार से चल रहे आतंकवाद और बगावत से लड़ते हुए,
उन्होंने बताया कि जीत हासिल करने के दौरान, हमारे आर्म्ड फोर्सेज ने कीमती जानें गंवाई हैं और लगातार गंवा रहे हैं, साथ ही कई लोग विकलांग भी हुए हैं। परिवार के मुखिया की मौत पर परिवार को जो सदमा लगता है, उसका अंदाजा लगाना मुश्किल है। हमारे जो जवान विकलांग हैं, उन्हें देखभाल और रिहैबिलिटेशन की जरूरत है ताकि वे अपने परिवार पर बोझ न बनें और इसके बजाय इज्जत की जिंदगी जी सकें। इसके अलावा, ऐसे एक्स-सर्विसमैन भी हैं जो कैंसर, दिल की बीमारियों और जॉइंट रिप्लेसमेंट जैसी गंभीर बीमारियों से जूझ रहे हैं और जो इलाज का ज्यादा खर्च नहीं उठा सकते। इसलिए, उन्हें भी हमारी देखभाल और सपोर्ट की जरूरत है। उन्होंने बताया कि आर्म्ड फोर्सेज के कई बहादुर और बहादुर हीरो ने देश की सेवा में अपनी जान दी है। चल रहे काउंटर-इंसर्जेंसी ऑपरेशन्स की वजह से भी कई टूटे हुए घरों में कमाने वाला नहीं रहा। फ्लैग डे हमारे विकलांग साथियों, विधवाओं और देश के लिए अपनी जान कुर्बान करने वालों के आश्रितों की देखभाल करने की हमारी जिम्मेदारी को सामने लाता है।
उन्होंने बताया कि इन कारणों से, हम आर्म्ड फोर्सेज फ्लैग डे मनाते हैं। इस दिन आर्मी, नेवी और एयर फोर्स के जवानों की दी गई सेवाओं को याद किया जाता है। हमारे देश के हर नागरिक की यह सामूहिक जिम्मेदारी है कि वह हमारे बहादुर शहीदों और विकलांग जवानों के आश्रितों का पुनर्वास और कल्याण पक्का करे। फ्लैग डे हमें आर्म्ड फोर्सेज फ्लैग डे फंड में दिल खोलकर योगदान करने का मौका देता है।
उन्होंने बताया कि इस दिन जनता से चंदा इकट्ठा करने की पूरी कोशिश की जाती है। इस दिन की अहमियत इलेक्ट्रॉनिक और प्रिंट मीडिया के जरिए लोगों तक पहुंचाई जाती है। कुछ जगहों पर, आर्म्ड फोर्सेज की फॉर्मेशन और यूनिट्स वैरायटी शो, कार्निवल, ड्रामा और दूसरे एंटरटेनमेंट प्रोग्राम भी ऑर्गनाइज करती हैं। केंद्रीय सैनिक बोर्ड पूरे देश में लोगों को तीनों सेनाओं को दिखाने वाले लाल, गहरे नीले और हल्के रंगों के टोकन फ्लैग और कार स्टिकर बांटता है।
उन्होंने बताया कि सिर्फ केंद्र और राज्य लेवल पर सरकारी उपाय दिव्यांग, नॉन-पेंशनर, बूढ़े और कमजोर , उनके परिवारों, युद्ध में शहीद हुए सैनिकों की विधवाओं और अनाथ बच्चों को मदद देने के लिए काफी नहीं हैं। इसलिए, यह हर नागरिक की मिली-जुली जिम्मेदारी बन जाती है कि वह उनकी देखभाल, मदद, रिहैबिलिटेशन और फाइनेंशियल मदद देने के लिए अपनी मर्जी से और बिना किसी रोक-टोक के योगदान दे।





