पंचकूला में महिलाओं द्वारा किया जा रहा श्री रामलीला का मंचन रामलीला को परिवार सहित लोगों का देखने आना हमारी संस्कृति और धर्म के लिए अच्छी बात:महाराज
धर्म,संस्कृति और महिलाओं को समान और सम्मान को बरकरार रखना ही हमारी प्राथमिकता:नागपाल
दर्शकों की तालियां और जय श्रीराम जयघोष कलाकारों के लिए पुरूस्कार से कम नहीं:अरुण सूद

पंचकूला,(ईशान टाइम्स )
” प्रभु श्री राम की असीम कृपा से गत चार दिनों से 6 माह से लेकर 83 वर्ष की बुजुर्ग महिलाओं द्वारा मंचित की जा रही श्री रामलीला में सभी कलाकारों का जोश देखते ही बनता है। उनके अदम्य अभिनय को देखने के उपरान्त उपस्थित सभी दर्शकगण आत्मविभोर हुए बिना नहीं रहते।” ये बात जगद्गुरु महाब्रह्मऋषिश्री कुमार स्वामी महाराज ने पत्रकार वार्ता के दौरान कही। इस वार्ता में उनके साथ संस्थापक एकता नागपाल और अध्यक्ष अरुण सूद, परवीन सरदाना, उपस्थित थे।
महाराज ने कहा कि हाल ही में जिस प्रकार से रामलीलाओं का मंचन बढ़ा है और लोग इनको देखने के लिए अपने परिवारों के साथ निकल रहे हैं ये एक अच्छी बात है, ये हिन्दू धर्म और हमारी संस्कृति के प्रचार और प्रसार के लिए बहुत ही उत्तम है।
वार्ता के दौरान एकता नागपाल ने बताया कि 91 महिलाओं की टोली ने अभी तक नारद कथा, राम कथा सुनाते शिवजी, रावण वेदवती संवाद, रावण नंदी व् शिव जी संवाद, राजा दशरथ द्वारा संतान प्राप्ति का यज्ञ, राम जन्म, अहिल्या को शिला से मुक्ति, सीता स्वयंवर, लक्ष्मण परशुराम संवाद, राम विवाह, विवाह उपरान्त अयोध्या आगमन, मंदता कैकेयी संवाद, दशरथ के 2 वचन, राम बनवास का सफल मंचन किया है जिसको दर्शकों ने खूब सराहा। उन्होंने कहा कि इस अनूठी रामलीला में हम सभी महिलाओं का एक लक्ष्य है कि महिला सशक्तिकरण अभियान में देश की सभी महिलाओं को इसके लिए प्रेरित करना और जिस प्रकार से हमारे वेद पुराणों में हमारे धर्म और संस्कृति के महत्व और महिलाओं को समानता, सम्मानता का स्थान प्राप्त है उसको बनाये रखना और भावी पीढ़ी को मंचन के माध्यम से संजोय रखना और उसकी अनुपालना करने के लिए प्रेरित करना है।
इस मौके पर रामलीला आयोजन समिति के अध्यक्ष अरुण सूद ने पत्रकारों के समक्ष अपनी बात रखते हुए कहा कि जिस प्रकार से हमारी मातृ शक्ति अपनी अद्भुत प्रतिभा के चलते श्री रामलीला का मंचन कर रही हैं उसकी जितनी प्रशंसा की जाये कम है।महिलाओं द्वारा रचित इस राम लीला को देखने के लिए लगातार लोगों का तांता लगा रहता है। उन्होंने कहा हजारों की संख्या में लोग इसका मंचन देखने के उपरान्त अपने भावों को नहीं रोक पा रहे और जब दर्शकगण पुरजोर आवाज के साथ जय श्री राम के जय घोष और तालियों के साथ खड़े होकर सभी कलाकारों का अभिवादन करते हैं तो मुझे लगता है इस से बड़ा पुरस्कार किसी कलाकार के लिए और कोई नहीं हो सकता। रामलीला के सभी सदस्यगण पारस्परिक तालमेल के साथ इसके आयोजन को सफल बनाने में दिन रात एक किये हुए है।जिसका परिणाम आज ये है कि महिलाओं द्वारा मंचित इस राम लीला को देखने चंडीगढ़, पंचकूला मोहाली और आसपास तो छोड़िये अन्य क्षेत्रों से भी इसको देखने आ रहे है। हमारा भी यही उद्देश्य है कि देश में सभी लोगों को राम लीला को देखने के लिए जाना चाहिए और प्रभु श्री राम द्वारा दर्शाये मार्ग पर चलने का स्वयं और अपने बच्चों को भी उसका अनुसरण करने के लिए प्रेरित करना चाहिए |
उन्होंने बताया कि महिलाओं द्वारा मंचित इस रामलीला को देखने के लिए आमजन के अलावा विभिन्न प्रबुद्ध लोग हरियाणा के राज्यपाल माहिम की धर्मपत्नी प्रथम प्रदेश महिला नागरिक मित्रा घोष, विश्वविख्यात सुप्रसिद्ध जगद्गुरु महाब्रह्मऋषि श्री कुमार स्वामी महाराज, हरियाणा विधानसभा के उप स्पीकर कृष्णा लाल मिड्डा, राज्यसभा सांसद सतनाम सिंह संधू, हरियाणा भाजपा पंचकुला के जिलाध्यक्ष अजय मित्तल और नगर निगम चंडीगढ़ की महापौर हरप्रीत कौर बबला, जी बी रियलिटी के चेयरमैन गुरवींदेट भट्टी, हरियाणा प्रदेश के मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी सुमन सैनी, भारतीय जनता पार्टी हरियाणा उपाध्यक्ष बन्तो कटारिया, सामाजिक समरसता उत्तर क्षेत्र के प्रमोद कुमार और महामंडलेश्वर सोनाक्षी महाराज,गौरव गौतम, खेल मंत्री हरियाणा और चंडीगढ़ पुलिस के वरिष्ठ आई पी एस, आई जी पुलिस, पुष्पेंद्र कुमार,चंडीगढ़ सासंद मनीष तिवारी, स्वामी रमणीक जी महाराज, वागीश स्वरूप स्वामी जी , पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय के जज जगमोहन बंसल,पूर्व हरियाणा विधानसभा स्पीकर ज्ञान चंद गुप्ता, एस.एस.पी चंडीगढ़ कंवरदीप कौर आई.पी.एस रोशन लाल जिंदल, जगदगुरु स्वामी विकास दास महाराज, मां कमली माई पीठा हरिश्वर श्री श्री 1008 महा मंडलेश्वर, मां कमलीनंद गिरी महाराज,डॉक्टर दिनेश गर्ग, काशी विद्युत परिषद कोषाध्यक्ष एवं राष्ट्रीय प्रवक्ता, रमणीक महाराज रोशन लाल जिंदल ने रामलीला में मुख्यातिथि के रूप में भाग लिया।
