स्कूली बच्चों ने इंकलाब जिंदाबाद-इंकलाब जिंदाबाद, वंदे मातर्म व भारत माता की जय-जयकार के नारों से मुख्यमंत्री की शहीदी दिवस की यादें ताजा कर दी और मुख्यमंत्री ने इसका जवाब दिल से निकलेगी, न मरकर भी वतन की उल्फत मेरी मिट़्टी से भी खुशबू ए वतन आएगी की पंक्ति द्वारा दिया। उन्होंने कहा कि आज के दिन उन महान शहीदों के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि यहीं होगी कि यदि हम मैं, मेरा घर और मेरे परिवार से ऊपर उठकर मेरे देश के लिए जीने सीखे।
आजादी के बाद देश ने आर्थिक तरक्की की है और हमें प्रण लेना चाहिए कि हम देश की रक्षा, सुरक्षा व विकास में क्या योगदान दे सकते है। आज भारत एक बार फिर विश्व गुरू बनने की ओर अग्रसर है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने देश की आजादी के आंदोलन के दौरान दिए गए सर्वोंच्च बलिदान के शहीदों की लगाई गई प्रदर्शनी का अवलोकन किया और उन्होंने तिरंगा हाथ में लिए स्कूली बच्चों के बीच जाकर फोटो खिचवाकर युवाओं में देशभक्ति का जज्बा भर दिया
मुख्यमंत्री ने 11-15 चौक का नाम शहीद भगत सिंह के नाम पर रखे जाने व उनकी प्रतिमा स्थापित करवाने के लिए पंचकूला विधायक ज्ञानचंद गुप्ता व शहीदभगत सिंह जागृति मंच के अध्यक्ष जगदीश भगतसिंह के प्रयासों की सराहना की।
इस अवसर पर सांसद रत्तनलाल कटारिया, विधायक एवं मुख्य सचेतक ज्ञानचंद गुप्ता, जिला भाजपा प्रधान दीपक शर्मा, डिप्टी मेयर सुनील तलवार, उपायुक्त मुकुल कुमार, जिला पुलिस उपायुक्त मनबीर सिंह, नगर निगम आयुक्त राजेश जोगपाल,एसडीएम पंकज सेतिया, राष्ट्रीय महिला मोर्चा की उपाध्यक्ष बंतो कटारिया, नगर निगम के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ओपी सिहाग, शहीद भगत सिंह जागृति मंच पंचकूला के अध्यक्ष जगदीश भगतसिंह, जाने माने इतिहासकार प्रो. एमएन जुनेजा, प्रो. हरबंस लाल, वीरेंद्र गर्ग, नवीन गर्ग, संजय आहुजा, कृष्ण ढुल सहित बड़ी संख्या में स्कूली बच्चे व शहर के अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री श्री मनोहरलाल ने कहा कि सामुहिक रूप से बैठक कर चर्चा करना व निर्णय लेना भारतीय जनता पार्टी की संस्कृति व परंपरा रही है और पूरा मंत्रीमंडल एक जुट है और प्रदेश के हित के लिए सामुहिक निर्णय लेता है।
मुख्यमंत्री आज पंचकूला सेक्टर11-15 में शहीद भगत सिंह की प्रतिमा का अनावरण करने उपरांत पत्रकारों से बात कर रहे थे और मंत्रियों द्वारा गुप्त बैठक किए जाने के संबंध में पूछे जाने पर अपनी प्रतिक्रिया दे रहे थे। एक प्रश्र के उत्तर में मुख्यमंत्री ने कहा कि 23 मार्च का दिन शहीदी दिवस है और हमारी युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणा लेना का दिन भी है।