दलालों ने बेरोजगारों को मौत के मुंह में धकेला पर पीएम-सीएम सब खामोश
चंडीगढ़17 मार्च (ईशान टाइम्स )
कांग्रेस कार्यसमिति के सदस्य, अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की महासचिव उत्तराखंड की प्रभारी पूर्व केंद्रीय मंत्री कुमारी सैलजा ने सवाल किया है कि बात-बात पर गारंटी का ढिंढोरा पीटने वाली भाजपा सरकार रूस-यूक्रेन में धोखे से फंसा दिए गए हरियाणा के युवाओं की तत्काल वापसी की गारंटी क्यों नहीं ले रही।
आज यहां जारी बयान में कुमारी सैलजा ने भाजपा सरकार व इसके नेताओं की कथनी-करनी में जमीन-आसमान के अंतर पर तीखे कटाक्ष किए।प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व मुख्यमंत्री नायब सैनी से सवाल पूछते हुए कुमारी सैलजा ने कहा कि कैथल-करनाल-अंबाला व हरियाणा के अन्य जिलों के युवा रोजगार की तलाश में भटकते हुए यूक्रेन-रूस रूपी मौत की खाई में फंस गए हैं पर देश-प्रदेश में भाजपा सरकार ने बेबस नौजवानों की घर वापसी से मुंह क्यों मोड़ा हुआ है। कब तक कैथल के सात व हरियाणा के सैकड़ों युवाओं को सुरक्षित घर वापस लाया जाएगा? क्या पीएम व सीएम को मटौर, कलायत निवासी साहिल व रवि की पुकार व उनके पिता बाग सिंह की चीत्कार सुनाई नहीं देती? कुमारी सैलजा ने सवाल दागा-क्या आपने करनाल के हर्ष की मार्मिक अपील नहीं देखी?
तीखे तेवरों के साथ भाजपा व इसके सहयोगियों को आईना दिखाते हुए कुमारी सैलजा ने कहा, जब कई महीनों से नौकरी बेचने वाले दलाल हरियाणा के सैकड़ों युवाओं से पैसा वसूल कर विदेशों में धकेल रहे थे, तब तत्कालीन सीएम मनोहर लाल खट्टर व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला क्यों आंखें मूंदे रहे ? मौजूदा मुख्यमंत्री ने तब कोई कार्रवाई क्यों नहीं की?
एक बड़ा मुद्दा उठाते हुए कुमारी सैलजा ने कहा है कि इनमें से दर्जनों बच्चे पूर्व सीएम के विधानसभा क्षेत्र और मौजूदा सीएम के लोकसभा क्षेत्र से संबंधित हैं, फिर भी युवाओं को भगवान भरोसे क्यों छोड़ दिया गया। उन्होंने कहा कि क्या मोदी सरकार ने रूस के राजदूत को विदेश मंत्रालय या प्रधानमंत्री कार्यालय में बुला कर युवाओं की घर वापसी की हिदायत दी? सच तो ये है कि कुछ नहीं किया गया। ऐसी जानलेवा लापरवाही क्यों?
कुमारी सैलजा ने पूछा,क्या कारण है कि देश के प्रधानमंत्री पांच मिनट का समय निकालकर रूस के राष्ट्रपति पुतिन से बात नहीं कर सकते ?
क्या कारण है कि हरियाणा की भाजपा सरकार व सीएम आज तक ये गुहार लेकर पीएमओ के पास नहीं गए? उन्होंने कहा कि क्या कारण है कि कुरुक्षेत्र सांसद नायब सैनी व करनाल सांसद संजय भाटिया को युवाओं की वापसी के प्रयासों के लिए समय ही नहीं मिल रहा?