पंचकुला : ज़िलें भर मे अशिक्षित पत्रकारों की बाढ़ सी आई हुई है कुछ ऐसे लोग भी पत्रकारिता की मर्यादा को अमर्यादित करने में लगे हुए हैं जिनको पत्रकारिता के मायने भी नहीं पता है जिनको समाचार लिखना नहींआता है।वॉट्सएप पर बोल के लिखने का सॉफ्टवेयर होने से उनको एक लाइन लिखना नहीं आता ।इससे यह मालूम होता है कि जिनको ना समाचार लिखना आता है और ना ही इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में कोई खबर भेजना आता है कुछ ऐसे लोग भी अपने आप को पत्रकार बताते हैंजो कुछ भी लिखने और पढ़ने में असमर्थ हैं स्थानीय जिला मुख्यालय , थाने और तहसीलों में आने वाले दर्जनों पत्रकारों से अगर एक प्रार्थना पत्र भी लिखवा लिया जाए तो यह लोग मैदान छोड़कर भागने लगेंगे ऐसे लोग भी अपने नाम के साथपत्रकारिता का तमगा जोड़े हुए हैं जिनसे अपने नाम के हस्ताक्षर तक नहीं हो पाते। ऐसे लोग सुबह घर से निकलते समय अपना टारगेट फिक्स कर फील्ड में निकलते हैं और शाम होते-होते कई लोगों को बलि का बकरा बना देते हैं।कैसे भी करके वह अपना सेट टारगेट हासिल करने की कोशिश करते हैं कुछ लोग तो ऐसे समाचार पत्रों का हवाला देते हैं जिन समाचार पत्रों का कोई अस्तित्व ही नहीं है लेकिन अधिकारी और नेताओ को इतनी फुर्सत कहां के अशिक्षित पत्रकारो द्वारा बताए गए समाचार पत्र या चैनल की तहकीकात करें। इसी का फायदा उठाकर सैकड़ों लोग जिम्मेदार पत्रकारों की छवि को नुकसान पहुंचा रहे हैं।देखा जाए तो जिला पंचकुला की हर तहसील ,एसडीएम ,थाने के क्षेत्र में इस तरह के दर्जनों पत्रकार मौजूद है जिनका जिला सूचना विभाग में भी कोई रिकॉर्ड शायद ही मौजूद हो। ऐसे अशिक्षित पत्रकार सुबह घर से निकलते वक्त बेहतरीन पोशाक पहनकर निकलते हैं और बकरेकी तलाश में जुट जाते हैं अगर सूचना विभाग से रिकॉर्ड निकलवा कर ऐसे अशिक्षित पत्रकारों को सूचीबद्ध किया जाए तो पत्रकारों की संख्या में काफी गिरावट आने की संभावना है। एक मोबाइल और एक माइक आई डी ले कर चलते है ये पत्रकार जनपद पंचकुला के आलाधिकारियों को इस ओर ध्यान देकर ज़िले में पत्रकारिता करने वाले प्रत्येक पत्रकार से किसी विषय पर लेखनी लिखवा कर परीक्षण करना चाहिए।जिस से यह पता चल सके कि समाचार पत्र, टी.वी. समाचार व पोर्टल के पत्रकारिता कॉर्ड को लेकर क्षेत्र में घूमने वाले पत्रकार शिक्षित है। इस तरह के पत्रकारों की भीड़ पूरे प्रदेश में है उत्तरप्रदेश ,उत्तराखंड ,राजस्थान,पंजाब सहित पूरे देश में ऐसे मौकापरस्त नकली पत्रकारों की शिकायतें मिल रही है ।या अशिक्षित अगर ऐसा कदम उठाया गया तो अशिक्षित पत्रकारो की भीड़ तो ख़त्म हो जाएगी और क्षेत्र में वही पत्रकारिता करेंगे जो शिक्षित व अनुभवी पत्रकार होंगे।
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